जंगल सफारी पर PM मोदी के नए लुक की चर्चा सोशल मीडिया में, प्रोजेक्ट टाइगर क्या है?

Tiger Reserves: पीएम मोदी ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने के इवेंट में शमिल होने के लिए मैसुरु पहुंचे हैं. कुछ ही पल में प्रधानमंत्री बांदीपुर बाघ अभयारण्य का दौरा करेंगे और ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के 50 साल पूरे होने पर बाघ गणना के नवीनतम आंकड़े जारी करेंगे. प्रोजेक्ट टाइगर के कार्य्रकम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी नए लुक में नजर आये. प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट टाइगर के कार्य्रकम के अनुसार काली टोपी, खाकी पैंट और छलावरण टी-शर्ट पहने हुए नजर आये.

इवेंट में शमिल होने के बाद प्रधानमंत्री थेप्पाकडू एलिफेंट कैं में पहुंचे. जहां पर प्रधानमंत्री एक हाथी को गन्ना खिलाते हुए उनका वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो में देखा भी जा सकता है कि प्रधानमंत्री एक हाथी को खाने के लिए गन्ना दे रहे हैं.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार सुबह ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बांदीपुर और मुदुमलाई बाघ अभयारण्य जाते हुए.” ट्वीट के साथ पीएमओ ने मोदी की एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें वह ‘सफारी’ के कपड़े पहने हुए और हैट लगाए हुए नजर आ रहे हैं.

राज्य के वन विभाग के मुताबिक, 19 फरवरी 1941 को एक सरकारी अधिसूचना के तहत स्थापित तत्कालीन वेणुगोपाल वन्यजीव उद्यान के वन क्षेत्र के अधिकांश हिस्से को लेकर एक राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था. विभाग के अनुसार, 1985 में इस राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार किया गया, जिससे इसका क्षेत्र फल बढ़कर 874 वर्ग किलोमीटर हो गया और इसका नाम बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान रख दिया गया.

प्रोजेक्ट टाइगर क्या है?

बाघों की घटती आबादी को संरक्षण देने के लिए 1 अप्रैल 1973 को भारत में प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया. शुरुआत में इस योजना में 18,278 वर्ग किमी में फैले 9 टाइगर रिजर्व को शामिल किया गया. पिछले 50 सालों में इस योजना का विस्तार हुआ और आज इनकी संख्या बढ़कर 53 हो गई है. ये 53 टाइगर रिजर्व 75,500 वर्ग किमी में फैले हैं.

Contact

Snehil Saraf
Head Editor
Topchand.com
Contact : +91 9301236424
Email: topchandnews@gmail.com

ADVT

Press ESC to close

Poonam Pandey ने डीप नेक ब्रालेट पहन धड़काया यूजर्स का दिल लक्षद्वीप में समंदर में उतरे PM मोदी, देखें तस्वीरें भोजपुरी एक्ट्रेस Monalisa का बिकनी अवतार देख सब रह गए दंग Amy Aela ने बिकनी में बीच किनारे बिखेरा हुशन का जलवा, लोग हुए दीवाने 2024 में कब मनाई जाएगी मकर संक्रांति और क्या है शुभ मुहूर्त