तोपचंद, रायपुर। इस धर्म सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि, सबसे ज्यादा धर्मांतरण गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों हो रहा है। यह बातें उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिल्ली में धर्मसभा आयोजित करने के बयान पर कही।

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि, जगद्गुरु की गिरफ़्तारी होती है, लेकिन दिल्ली का शाही इमाम गिरफ्तार नहीं होता है। छत्तीसगढ़ में संतों को गिरफ्तार करके महीनों जेल में रखा जाता है। संविधान में हमारी पूर्ण आस्था है, संविधान हिंदू राष्ट्र का है, इसलिए रामराज्य की तस्वीर है।

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एससी-एसटी हिंदू ही है, लेकिन सेक्युलर और समाजवादी शब्द पर हमारी कोई आस्था नहीं है। क्योंकि उसे अलग से जोड़ा गया है। संविधान में आस्था है, संशोधनों में कोई आस्था नहीं है। प्रदेश की गली-गली में संत घूमे हैं।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्या कहा था?

दरअसल आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हेलीपैड में मीडिया ने धर्मसभा को लेकर सवाल किया कि, कांग्रेस का कहना है कि संविधान के तहत देश चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी अगर सपोर्ट कर रही है तो संविधान में हिंदू राष्ट्र को ले आना चाहिए? इस पर CM भूपेश ने कहा कि यह मांग भारत सरकार से करनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी ने बयान दिया है कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा. इसका मतलब यह है कि पंथनिरपेक्ष यह देश है.

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अब यह लोग मांग कर रहे हैं, इसमें बहुत सारे साधु-संत है वह भाजपा समर्थित भी हैं. भाजपा का सपोर्ट भी करते हैं. यहां धर्म सभा करने की जरूरत नहीं है, उन्हें दिल्ली में करनी चाहिए और वहां मांग करना चाहिए. अभी अमित शाह जी 25 मार्च को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं उनसे मिलकर बात करनी चाहिए. ये केवल लोगों को बरगलाने का काम हो रहा है।