नेशनल डेस्क, तोपचंद: दिल्ली आबकारी नीति घोटाला (Delhi Liquor Scam) मामले में आरोपी मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को शुक्रवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोर्ट से सिसोदिया की रिमांड बढ़ाने की मांग की. ईडी ने अदालत से कहा कि मनीष सिसोदिया से और पूछताछ करनी है.

जांच एजेंसी ने आगे कहा,

‘कुछ तथ्य सामने आए हैं. मोबाइल डेटा रिट्रीव किया गया है, जो कि बहुत ज्यादा है. इन सबको लेकर पूछताछ करनी है.’ ईडी ने सिसोदिया की 7 दिन की हिरासत की मांग की है.

वहीं, मनीष सिसोदिया की ओर से उनके वकील मोहित माथुर ईडी का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कोर्ट को बताया कि फोन बदलने का मामला सीबीआई के रिमांड का हिस्सा था, अब उसी आधार पर दोबारा से रिमांड नहीं दिया जा सकता.

एडवोकेट माथुर ने कहा कि एक एजेंसी पहले ही ईमेल डंप लेकर पिछले साल अक्टूबर में ही पूछताछ कर चुकी है. इतने दिन बाद फिर दोबारा वही सवाल समझ के परे है. सिसोदिया ने अपने वकील के जरिए कहा कि उनकी जरूरत यदि 18 और 19 मार्च को नहीं है तो उन्हें जेल भेज दिया जाए. हालांकि कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला रिजर्व कर लिया है.

आज यह रिमांड की अवधि पूरी हुई है. ऐसे में ईडी सिसोदिया को कोर्ट में पेश करने पहुंची है. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी बीजेपी पर लगातार हमलावर है. खुद आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री पर इस मुद्दे को लेकर बड़ा हमला बोला था. ऐलान किया था कि इस मुद्दे को लेकर उनकी पार्टी घर घर और गांव जाएगी. इसके लिए देश व्यापी अभियान चलाया जाएगा.

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सिसोदिया को गिरफ्तार करने से पहले ईडी ने तिहाड़ जेल में करीब आठ घंटे तक पूछताछ की. ईडी के अधिकारी उनसे मनी ट्रेल के मामले में पूछताछ कर रहे थे. बाद में आरोप लगाया कि सिसोदिया ने पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी का सहयोग नहीं किया. इसकी वजह से उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा था.

दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया की अतिरिक्त रिमांड देने का अनुरोध किया और कहा कि सिसोदिया ने अपना फोन नष्ट किया, उनसे एक बार फिर पूछताछ किये जाने की जरूरत है. ईडी ने कोर्ट को बताया कि ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया के ईमेल में मिले डेटा, उनके मोबाइल फोन का फॉरेसिंक विश्लेषण किया जा रहा है

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दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में सिसोदिया को 26 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. इसके कुछ दिन बाद जेल में ही ईडी ने पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने आरोप लगाया है कि सिसोदिया ने 290 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ‘रिश्वत और अपराध से अर्जित’ करने के वास्ते दोषपूर्ण आबकारी नीति तैयार करने के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश रची.

ED ने कहा कि सिसोदिया ने ‘‘अन्य व्यक्तियों के साथ साजिश रची और वह दोषपूर्ण नीति बनाने में सक्रिय रूप से शामिल थे … सिसोदिया ने अपराध से अर्जित आय, हस्तांतरण, छुपाने में भूमिका निभाई. ’’ ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि सिसोदिया ने 14 फोन/आईएमईआई का इस्तेमाल किया/बदल दिया/नष्ट कर दिया और इस मामले में सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी के दौरान केवल दो फोन बरामद किए जा सके.