
तोपचंद, रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय समेत सभी मंत्री और भाजपा विधायक एक्शन मोड में दिख रहे है। जगह-जगह हो रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेने अचानक निरीक्षण पर पहुंच रहे है।
ऐसे ही निरीक्षण पर पहुंचे उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने जब टंकी निर्माण में क्वालिटी नहीं दिखा तो अधिकारियों और ठेकेदार पर भड़क गए और तुरंत टंकी को तोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, उप मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के देवरहट में बन रहे पानी टंकी का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान निर्माणाधीन गुणवत्ताहीन पानी टंकी को तोड़ने के निर्देश दिए।
पिछले दिनों एक कार्यक्रम में शामिल होने देवरहट पहुंचे उप मुख्यमंत्री साव ने ग्रामीणों द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण और लेट-लतीफी की शिकायत पर तत्काल कार्यस्थल पहुंचकर इसका निरीक्षण किया था। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता को निर्माणाधीन पानी टंकी की जांचकर निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।
प्रमुख अभियंता द्वारा निरीक्षण में काम को खराब गुणवत्ता का और कई खामियां पाए जाने पर उप मुख्यमंत्री ने इसे गिराकर दूसरी नई टंकी के निर्माण के निर्देश दिए हैं। निर्माणाधीन टंकी को ध्वस्त करने का काम शुरू हो चुका है। प्रमुख अभियंता ने निरीक्षण प्रतिवेदन में संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार पर भी कार्रवाई की अनुशंसा की है।

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गुणवत्ता से समझौता स्वीकार नहीं
उप मुख्यमंत्री अरुण साव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का प्रभार संभालने के बाद से ही जल जीवन मिशन के कार्यों में निर्माण की गुणवत्ता और इन्हें समय-सीमा में पूर्ण करने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को इसके लिए लगातार निर्देशित भी किया है। उन्होंने कहा है कि गुणवत्ता से समझौता और लेट-लतीफी किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
क्यों हुई कार्रवाई?
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता ने देवरहट में निर्माणाधीन पानी टंकी के निरीक्षण के बाद प्रतिवेदित किया है कि निर्माण कार्य के लिए नियुक्त एजेंसी राम कंस्ट्रक्शन कम्पनी, बिजुरी (अनुपपुर) द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण के साथ ही काम में काफी लेट-लतीफी की गई है। टंकी के निर्माण में निर्धारित मापदंड एवं गुणवत्ता का पालन नहीं किए जाने से यह जनहित में उपयोग के लायक नहीं है। इस कार्य में ठेकेदार के साथ-साथ विभागीय अभियंताओं की भी गंभीर लापरवाही परिलक्षित हुई है। कार्य हेतु थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी इंजीनियरिंग स्टॉफ कॉलेज ऑफ इंडिया की भूमिका भी काफी असंतोषजनक पाई गई है।

अब होगा नए टंकी का निर्माण
टंकी के निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए प्रमुख अभियंता ने गुणवत्ताहीन टंकी को तोड़कर गुणवत्तायुक्त नई पानी टंकी निर्धारित मापदण्ड के अनुसार निर्मित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पुरानी टंकी को ध्वस्त किए जाने के दौरान समुचित सावधानी बरतने के निर्देश ठेकेदार को दिए हैं जिससे अप्रिय घटना की आशंका न रहे।
इन अधिकारियों को नोटिस
निरीक्षण प्रतिवेदन में कहा गया है कि गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य से जल जीवन मिशन की छवि धूमिल हुई है। अतः भविष्य में ठेकेदार श्रीराम कंस्ट्रक्शन कंपनी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से संबंधित किसी भी कार्य में भाग लेने से आगामी निर्देश तक प्रतिबंधित किया जाता है। प्रमुख अभियंता ने मुख्य अभियंता, बिलासपुर को संबंधित कार्यपालन अभियंता आई.पी. मंडावी, सहायक अभियंता एस.पी. सोनवानी और उप अभियंता आई.एस. कश्यप के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए कारण बताओ सूचना एवं आरोप पत्र प्रारूप प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
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