

तोपचंद, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित नए आरक्षण विधेयक के संबंध में चर्चा करने आज मंत्री कवासी लखमा व कांग्रेस के कई विधायक राज्यपाल से मुलाकात किए। इस मुलाकात के बाद मंत्री कवासी लखमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, राजभवन में राजनीति घुस गई है और ऐसा लग रहा है कि, राज्यपाल दबाव में हैं।
मुलाकात के बाद मंत्री कवासी लखमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, आज एसटी-एससी, पिछड़ा वर्ग के विधायकों के साथ राज्यपाल जी से मिलने गए थे। इस दौरान गंभीर चर्चा हुई, राज्यपाल महोदय से हमारे मंशा अनुरूप आश्वासन नहीं मिला। मुलाकात के दौरान हमको लग रहा था कि राजभवन में राजनीति घुस गया है। राज्यपाल भी राजनीतिक दबाव में हैं, ऐसा लग रहा था।
लखमा बोले- राज्यपाल महोदय इंग्लिश ज्यादा बोलते है..
उन्होंने कहा की समीक्षा कर रहे हैं, देख लेंगे, कर लेंगे। इस प्रकार की बातें हुई। उन्होंने गंभीर बात की, हमें बैठाया, बढ़िया बात की लेकिन ज्यादा इंग्लिश बोलते हैं। सोरी जी कलेक्टर रहे हैं, उन्होंने बात की, विनय जायसवाल इन लोग ज्यादा बात किए, मैनें थोड़ा सा बात किया।
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हमने उनसे हस्ताक्षर करने आग्रह कियाः मंत्री लखमा
मंत्री लखमा ने कहा कि, उनकी बातों में राजनीतिक गुण लग रहा था। राज्यपाल महोदय राजनीतिक दबाव में लग रहे थे। राज्यपाल संवैधानिक पद है, हम सभी ने कहा आप हमारे आदिवासी वर्ग, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के संरक्षक हो। हमने उनसे कहा कि नया आरक्षण बिल विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ है। उसमें आप हस्ताक्षर करेंगे तो जो बच्चे हैं, पुलिस, हॉस्पिटल, शिक्षक जैसे कई भर्ती रुकी हुई है इन सब में आपका सहयोग होगा।