CGPSC- 2023 की परीक्षा भी अब विवादों में! विपक्ष में बैठे उमेश पटेल, चरणदास महंत और भाजपा विधायक ने उठाए ये बड़े सवाल

@विमल कुर्रे

तोपचंद, रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से हाल ही में संपन्न हुई सीजीपीएससी परीक्षा-2023 (CGPSC Exam-2023) भी अब सवालों के घेरे में है। इस परीक्षा में सामने आई गड़बड़ी के बाद राज्य सरकार ने परीक्षा नियंत्रक का ट्रांसफर कर दिया. अब यह मुद्दा विधानसभा में भी उठ गया है। यहीं नहीं भाजपा विधायक ने भी कठोर कार्रवाई की मांग की है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने सीजीपीएससी परीक्षा में गलत उत्तर दिए जाने का मामला शून्यकाल में उठाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले में परीक्षा नियंत्रक को स्थानांतरित कर दिया गया है, इससे यह मामला काफी गंभीर प्रतीत होता है। उन्होंने इस मामले में चल रहे सीबीआई जांच में इसे भी जोड़ने की मांग की।

मंत्री ओपी चौधरी ने पोस्ट कर क्या कहा?

सीजीपीएससी परीक्षा-2023 (CGPSC Exam-2023) में गड़बड़ी के मामले को लेकर मंत्री ओपी चौधरी (Minister OP Chaudhary) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि, सुशासन को समर्पित हमारी सरकार! अब युवाओं को न्याय के लिए इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है। पिछले दिनों लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सामने आई गड़बड़ी पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने त्वरित कार्यवाही करते हुए परीक्षा नियंत्रक का तबादला किया है। हमारी सरकार युवाओं के साथ है और हर एक परीक्षार्थी को पारदर्शी व्यवस्था उपलब्ध करवाना हमारा कर्तव्य है।

भाजपा विधायक ने की कार्रवाई की मांग

सिर्फ परीक्षा नियंत्रक के तबादले से नाखुश और मंत्री ओपी चौधरी के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए बेलतरा से भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला (MLA Sushant Shukla) ने लिखा है, सिर्फ़ तबादला! इससे काम नही चलेगा। युवाओं के साथ किये गये इस बड़े धोखे के लिये इन पर कार्यवाही हो। जांच जल्द पूरी हो और कार्यवाही सुनिश्चित हो तब ही सुशासन का संकल्प पूर्ण होगा।

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क्या है मामला?

दरअसल, 11 फरवरी को आयोग की ओर से सीजीपीएससी 2023 की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के कुछ दिन बाद मॉडल आंसर जारी किया गया। छात्रों ने दावा किया है कि, मॉडल आंसर में कई प्रश्नों के गलत उत्तर दिए गए है। जैसे कि, आयोग ने सबसे छोटा जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को बताया है वहीं दावा किया गया है कि दुर्ग सबसे छोटा जिला है। छत्तीसगढ़ राज्य कितने राज्यों को छूता है? के सवाल में छात्रों ने 7 राज्यों का दावा किया है जबकी मॉडल आंसर में 6 राज्य बताया गया है। लिंगानुपात में महिलाओं की ज्यादा संख्या के सवाल पर कांकेर जिले को आंसर में बताया है, छात्रों ने कोंडागांव जिले पर दावा किया है।

भाजपा ने उठाया था पीएससी परीक्षा-2021 के रिजल्ट में गड़बड़ी का मामला

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में सीजीपीएससी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे है। माना जाता है कि, सीजीपीएससी का मुद्दा छत्तीसगढ़ में सत्ता पलटने का कारण भी बना। 2021 में हुई परीक्षा के रिजल्ट को लेकर भाजपा ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार को जमकर घेरा था और आरोप लगाया था कि, इस परीक्षा में कांग्रेस नेताओं और आयोग के चेयरमैन के रिश्तेदारों का चयन किया गया है। परीक्षा में पैसे लेकर पास किए गए है। विधानसभा चुनाव 2023 के समय इस मामले को भाजपा ने जोरो से उठाया और अपने घोषणा पत्र में इस मामले की सीबीआई जांच कराने का वादा किया। अब इसकी जांच के लिए राज्य सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंप दिया है।

अब फिर से छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित परीक्षा सवालों के घेरे में है। प्रदेश के युवाओं के भविष्य और पीएससी की विश्वसनीयता को लेकर कांग्रेसी विधायकों के साथ ही भाजपा विधायक भी इस मुद्दे को उठा रहे है। अब देखना होगा कि इस मामले पर राज्य सरकार क्या एक्शन लेती है।

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