Bhupesh baghel name Mahadev betting App charge sheet: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें अब बढ़ सकती है। लगातार चुनाव के पहले महादेव सट्टा ऐप को लेकर तत्कालीन विपक्ष जमकर भूपेश बघेल पर निशान साध रहा था। दुबई से संचालित होने वाले महादेव बेटिंग एप में कई गिरफ्तारी भी हुई थी । जिसमें में से एक शुभम सोनी नाम के एक व्यक्ति ने जो कहा था उससे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया था। मगर अब इन सब के बाद जहां 508 करोड रुपए की लेनदेन का मामला छत्तीसगढ़ में तेजी से घूम तो अब ईडी की चार्ज शीट में भूपेश बघेल का नाम आने से मामला और गरमा गया है।
ईडी ने 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जिनमें शुभम सोनी, अमित कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह और असीम दास का नाम है. ईडी की चार्जशीट में बताया गया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी असीम दास महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर के लिए भारत में कूरियर का काम करता था। उसके ठिकानों से हाल ही में रेड कर करीब 5.39 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
नवंबर में गिरफ्तार हुआ था असीम दास
असीम दास को संघीय जांच एजेंसी ने पिछले साल नवंबर में रायपुर में स्थित एक होटल से छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले गिरफ्तार किया था. इस दौरान दास ने स्वीकार किया था कि उसके पास से जब्त धनराशि (5.39 करोड़ रुपये नकद) की व्यवस्था महादेव ऐप के प्रवर्तकों द्वारा की गई थी. इस राशि को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता बघेल तक पहुंचाना था.
मुंबई क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम (SIT) ने 15,000 करोड़ रुपये के महादेव बुक सट्टेबाजी ऐप मामले में पहली गिरफ्तारी की है। पिछले साल कोर्ट के आदेश के बाद माटुंगा पुलिस ने मामला दर्ज किया था और फिर मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया। मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम दीक्षित कोठारी है।
नेताओं के बयान भी आने लगे सामने …
महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में एक आरोपी द्वारा छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम लिए जाने और ईडी द्वारा पूरक आरोपपत्र में कांग्रेस नेता का नाम लिए जाने पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस की जहां पर भी सरकारें रहीं वहां पर उन लोगों ने केवल लूट मचाने का काम किया।….कांग्रेस के सीएम किस तरह का लूट मचा रहे थे आज ये समाने आया है। कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री का मतलब कभी मुख्यमंत्री नहीं था, उनके लिए इसका मतलब ‘भ्रष्ट मंत्री’ था…अब सवाल ये है कि आखिर भूपेश बघेल ने आगे पैसा किसे दिया? एक तरफ, पीएम मोदी देश के लोगों को रूपे कार्ड देते हैं और दूसरी तरफ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ‘भूपे कार्ड’ देते हैं, जिसका मतलब है कि उस कार्ड में 508 करोड़ रुपये ट्रांसफर करें और भ्रष्टाचार और लूट करें..”
पहले भी बघेल कर चुके है आरोपों का खण्डन …
मालूम हो, चुनाव से पहले ही महादेव सट्टा एप मामले में भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिस दौरान पूर्व सीएम ने सभी आरोपों का खंडन किया था। उनका कहना था कि तत्कालीन विपक्षी पार्टी बीजेपी अपने राजनीतिक लाभ के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है।
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