धर्म डेस्क, तोपचंद। Hariyali Amavasya 2023: आज सावन का दूसरा सोमवार है। सावन माह भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसे में भक्तों पर उनकी विशेष कृपा बनी रहती है। सावन के दूसरे सोमवार को यानी आज खास संयोग बन रहा है. आज हरियाली अमावस और सोमवती अमावस्या भी पड़ रही है जिसके चलते इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है. इसके अलावा आज ग्रहों के राजा सूर्य राशि परिवर्तन करते हुए मिथुन राशि से कर्क राशि में प्रवेश करने वाले हैं.
श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है. वातावरण की हरियाली के कारण इसको हरियाली अमावस्या कहा जाता है. इस दिन दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व है. इसके अलावा इस दिन विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पौधे भी लगाए जाते हैं. इस तिथि को पौधों के माध्यम से सम्पन्नता और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है.
हरियाली अमावस्या में मुहूर्त
- हरियाली अमावस्या पर दान स्नान के दो शुभ मुहूर्त है. पहला मुहूर्त सुबह 5.34 से सुबह 7.17 तक और दूसरा मुहूर्त सुबह 9.01 से सुबह 10.44 तक है.
हरियाली अमावस्या की पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. इसके बाद गंगाजल से पूरे घर को पवित्र करें.
- इसके बाद एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें.
- इसके बाद शिवलिंग का अभिषेख कर बेल पत्र छड़ाएं और भगवान शिव की पूजा करें.
- इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की चालीसा का पाठ करें और शिव मंत्र का जाप करें.
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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