
नेशनल डेस्क: तोपचंद : डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. इस बाद से कई ऐसे लोग है जो राजनीती से ताल्लुख रखते है उन्हें शायद यह बात ना पचे. दरअसल उन्होंने पीएम मोदी को उदार बताते हुए कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर मैंने उनका कई बार विरोध किया लेकिन उन्होंने कभी भी बदले की भावना नहीं रखी। उन्होंने हमेशा ही एक राजनेता जैसा व्यवहार रखा।
हालांकि इस बयान के मीडिया रिपोर्ट्स में जब प्रकाशित किया गया उसके बाद कई तरह की प्रतिक्रिया भी सोशल मीडिया में देखते को मिली।
मुझे पीएम मोदी को श्रेय देना चाहिए – आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा, “मैंने उनके साथ जो किया, उसके लिए मुझे मोदी को श्रेय देना चाहिए। वह बहुत उदार हैं। विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, चाहे वह धारा 370 हो या सीएए या हिजाब।” उन्होंने कहा कि मैंने उनके कई बिल योजनाओं को पूरी तरह से फेल कर दिया लेकिन उन्होंने कभी भी बदले की भावना से नहीं बल्कि एक राजनेता के तौर पर ही व्यवहार किया। उन्होंने इसका बदला नहीं लिया और इसके लिए मुझे उनकी तारीफ़ करनी चाहिए।
G23 के साथ भाजपा के करीबी रिश्ते?
गुलाम नबी ने उनके और G23 के साथ भाजपा के करीबी रिश्ते होने के आरोपों पर भी अपनी राय जाहिर की. उन्होंने कहा, ‘ऐसा कहना मूर्खता है. अगर मैं जी23 समूह बीजेपी का प्रवक्ता था, तो उनके सदस्यों को कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया? उनके लोगों को सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है?
मैं अकेला हूं जिसने कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाई है. बाकी लोग अभी वहीं हैं. यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है.’