रायपुर/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए बुलाये गए ‘जनता कर्फ्यू’ को लोगों का व्यापक समर्थन मिला है. हर उम्र के लोग इसका समर्थन करते नज़र आये. फरीदाबाद की रहने वाली 80 वर्षीय उषा स्वामी ने एक बड़ी महत्वपूर्ण बात कही. उन्होंने कहा “कि हम हैं तो देश है और देश है तो हम हैं.” ऐसे कठिन समय में जब कनिका कपूर जैसे गैर जिम्मेदार लोगों के चलते कोरोना का खतरा बढ़ता जा रहा है, ऐसे समय में उषा स्वामी जैसी महिलाओं की बात सबको सुननी चाहिए.