रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के आरंग में एक ब्लाइंड मर्डर का मामला सामने आया है। जहां दूर की छोटी बहन पहले सौतन बनी फिर पति के साथ मिलकर अपने बड़ी बहन की बेरहमी से गला घोंट कर हत्या कर दी। आरंग पुलिस ने इस मामले की गुत्थी 7 दिन के भीतर सुलझा कर सफलता हासिल की है। पुलिस ने मृतका सकीला खातून की हत्या करने के जुर्म में पति नूर हुसैन अंसारी और सौतन बनी बहन हलीमा खातून को गिरफ्तार किया है।
पुलिस की पूछताछ में नूर हुसैन और हलीमा खातून ने सकीला खातून की हत्या करना की बात कबूल की है। दोनों आरोपियों ने बताया है कि मृतका सकीला खातून को दोनों के रिश्ते से आपत्ति थी। इस वजह से उनमें हमेशा विवाद होता था। पति के अलग रहने से भी मृतक सकीला दुखी रहती थी और लगातार वह नूर हुसैन को अपने साथ रहने कहती थी। लेकिन, नूर हुसैन को हलीमा के साथ ही रहना पसंद था। हत्या से पहले भी उनके बीच इसी बात को लेकर तनाव हुआ। पर सकीला को पता नहीं था कि उसका पति उसकी सौतन के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार देगा।

12 तारीख को पति नूर हुसैन और सौतन हलीमा खातून ने सकीला खातून की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य के लिए घर से शव को मोटरसाईकिल में ले जाकर ग्राम पंधी में नहर के पास झाड़ियों में छुपा दिया और वहां से वापस आ गए।
हत्या के दो दिन बाद बदला घर
आरोपी हत्या से पहले डीडी नगर के एलआईजी – 25, आरंग में रहते थे। लेकिन हत्या को अंजाम देने के बाद उन्होंने घर बदलने का फैसला लिया और आरंग के डीडी नगर में ईडब्लूएस में रहने चले गए। जबकि वह अपनी पहली पत्नी को आरंग के अटल नगर में क्वाटर नंबर 8 में रखा था।
मुखबिर की सूचना पर हुई गिरफ़्तारी
हत्या के बाद जब पुलिस ग्राम पंधी में अज्ञात महिला की शव मिली तो पुलिस ने तत्परता से उसकी शिनाख्ती के लिए आरंग टीआई के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम लगातार आरंग के आस-पास के गाँव में मृतका के शिनाख्तगी के लिए लोगों से पूछताछ की। तब जाकर मृतका की पहचान नूर हुसैन की पत्नी सकीला के रूप में हुई। इसके बाद जब पुलिस उनके पते पर अटल नगर पहुंची तो घर पर ताला बंद मिला। मुखबिरों की मदद से आरोपी पति नूर हुसैन की रेकी की गई और आखिरकार मुखबिरों की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
प्रधान आरक्षक संत कुमार बाघमारे की अहम भूमिका
इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में आरंग थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक संत कुमार बाघमारे की भूमिका अहम रही है। विभाग के वरिष्ठ अफसरों ने आरंग टीआई एलडी दीवान, संत कुमार बाघमारे, रेखलाल भारती समेत जाँच में जुटी टीम को सफलता के लिए काफी सराहा है ।