रायपुर। डाक्टर और मरीजों के बीच विवादों की कहानी आप दिन आप सुनते होंगे, और कुछ मामलों में हो सकता आपको भी ऐसी परिस्थितियों का कभी सामना करना पड़ा हो। पर ऐसी स्थिति में करें क्या?
एक ऐसे ही मामले में महासमुंद की रहने वाली कमलजीत कौर ने रायपुर के एक डॉक्टर के खिलाफ छत्तीसगढ़ मेडिकल कौंसिल में अभद्र व्यवहार की शिकायत दर्ज की है। अपनी लिखित शिकायत में उन्होंने बताया की ठंड की वजह से उनके पाँव की उंगलियों में ‘मस्क्युलर’ दिक्कत आ गया थी। बेटा बंगलौर में रहता है माँ ने तीन महीने पहले वहां इलाज कराया।
लेकिन दर्द कम नहीं हो रहा था, वो महासमुंद से रायपुर सरोना स्थित डॉक्टर निशांत चंदेल के क्लीनिक गयी। परिजनों का आरोप है कि बिना किसी तरह की जांच किए डॉक्टर ने दवाइयां लिख दी। महिला कम पढ़ी लिखी थी, पूछ बैठी इसमें पेन किलर कौन सी है, इस बात पर डॉ चंदेल भड़क उठे और उन्हें किसी झोलाछाप डाक्टर के पास जा कर इलाज करने की नसीहत भी दे डाली।
एक चीज़ और जो यहां गौर करने लायक है, छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल में डाक्टरों के खिलाफ शिकायत करने का कंप्लेंट चार्ज 1000 रुपये हैं। कमलजीत कौर की मासिक आय 8,000 रुपये है।
डॉक्टर चंदेल ने इस मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा की जब मरीज को उनके इलाज पर भरोसा नहीं है तो उन्हें भी अपने मरीज को चुनने का हक है। उन्होंने महिला से बदतमीज़ी करने के आरोप को सिरे से ख़ारिज कर दिया।
इन सब के बीच कमलजीत के भतीजे ने डॉक्टर पर यह आरोप लगाया है कि जो भी घटना घटी इसके पीछे कारण उनकी बुआ का गरीब होना है। कम पढ़ी लिखी होने के कारण डॉक्टर ने उनपर धौंस भी जमाई और भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया।