रायपुर। सदन में गुरुवार को पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाने की घोषणा के बाद पूर्व विधायकों का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाक़ात कर आभार प्रकट करने पहुँचा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी भूतपूर्व विधायकों को उनके स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने आग्रह किया कि सभी भूतपूर्व विधायक सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में सक्रिय रहें।
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए चिंतन-मनन करें और अपने बहुमूल्य सुझावों से समय-समय पर हमें अवगत भी कराते रहें। जिससें भूतपूर्व विधायकों के सुदीर्घ अनुभवों का लाभ छत्तीसगढ़ प्रदेश और यहां के निवासियों को मिलता रहे। बघेल ने कहा कि राज्य सरकार भूतपूर्व विधायकों के मान-सम्मान के लिए हरसंभव काम करेगी। पेंशन में बढ़ोत्तरी के फैसले से भूतपूर्व विधायकों को बढ़ती महंगाई में अपने सार्वजनिक जीवन के दायित्वों की पूर्ति में सहूलियत होगी।
उन्होंने छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां विधायकों और भूतपूर्व विधायकों को बोर्डिंग की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। बघेल ने कहा कि भूतपूर्व विधायक प्रदेश के विकास में अपना हरसंभव सहयोग प्रदान करें।
पूर्व विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने भी भूपेश बघेल से मुलाकात कर भूतपूर्व विधायकों की पेंशन और कुटुम्ब पेंशन की राशि में बढ़ोत्तरी तथा रेल, हवाई यात्रा और बोर्डिंग के लिए व्यय की सीमा बढ़ाने के राज्य सरकार के फैसले के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट पर सामान्य चर्चा का गुरुवार को सदन में जवाब देते हुए भूतपूर्व विधायकों की पेंशन 20 हजार रूपए से बढ़ाकर 35 हजार रूपए करने, कुटुम्ब पेंशन की राशि 10 हजार रूपए से बढ़ाकर 25 हजार रूपए करने की घोषणा की है। बघेल ने भूतपूर्व विधायकों को रेल्वे कूपन, हवाई यात्रा की सुविधा के साथ बोर्डिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराने और इसकी सीमा दो लाख रूपए से बढ़ाकर चार लाख रूपए करने की घोषणा भी की।