रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राजनांदगांव जिले में आर्सेनिक पानी से होने वाली बीमारी का मुद्दा उठा। विधायक इंद्रशाह मंडावी ने इस मसले पर सवाल करते पूछा “आर्सेनिक पानी पीने से होने वाली बीमारी की रोकथाम में सरकार की ओर से क्या व्यवस्था है और जिले में कितने मरीज हैं? प्रभावित मरीजों के इलाज में कितनी राशि 2019 और 20 में खर्च की गई है ?
इस पर स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने में जवाब देते हुए कहा बीमारी के रोकथाम के लिए शुद्ध पेयजल जल “प्रदाय योजना” के तहत उपलब्ध कराया जा रहा है और आर्सेनिक पानी पीने से होने वाली बीमारी के रोकथाम के लिए ओपीडी और स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से जांच कराने की व्यवस्था है। जिले में वर्तमान में अभी तक 37 मरीज हैं।
यह भी देखें