रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने कार्यकाल का दूसरा बजट सदन के पटल पर आज रखा। इसके बाद सोशल मीडिया में राजनीतिक जंग छिड़ गई। सीएम भूपेश ने फेसबुक पर लिखा “सरकार पर लगातार अपना भरोसा कायम रखने के लिए प्रदेश की जनता का आभार। वर्ष 2020-21 के लिए कोई नया कर प्रस्तावित नहीं है। यह बजट पूर्णतः जन कल्याण को समर्पित है”।
सदन में मुख्यमंत्री ने किसानों को धान खरीदी की अंतर राशी देने की घोषणा के साथ फेसबुक पर लिखा “केंद्र सरकार ने कहा कि किसानों को बोनस नहीं दे सकते। लेकिन हम किसानों को धान का मूल्य 2500 रुपए देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। समर्थन मूल्य की अंतर राशि ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ के अंतर्गत देंगे। किसानों का हित सर्वोपरि है”।#HamarCGBudget2020
अब बारी थी विपक्षी आलोचना की, इस पर मोर्चा सँभालते हुए रमन सरकार में मंत्री रहे राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने फेसबुक में लिखा “छत्तीसगढ़ राज्य का बजट निराशाजनक है, बजट से न तो प्रदेश के युवाओ को कोई रोजगार मिलेगा न ही प्रदेश के किसी वर्ग को कोई लाभ
घोषणा पत्र में 10 लाख बेरोजगार युवाओ को मासिक भत्ता, सुपेबेड़ा, सरगुजा, बस्तर को एयर एम्बुलेंस की सेवा से जोड़ना, छत्तीसगढ़ के मेडिकल कॉलेज को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में बदलना, महिला सुरक्षा के नाम पर विशेष महिला पुलिस स्टेशन बनाना, दैनिक मजदूरों के लिए सुरक्षित आय सुनिश्चित करने के साथ राज्य के लोगों को बिजली बिल हाफ करने जैसे वादों को पूर्ण न करना राज्य की जनता के साथ धोखा है, प्रदेश कांग्रेस सरकार ने राज्य की जनता के विश्वास को तोड़ा है”।
