रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण सत्र में बेमौसम बारिश की वजह से फसलों को लगातार हो रहे नुकसान का मसला भी गूंज उठा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से बेमौसम बारिश से हो रहे नुकसान का मुद्दा उठाया।
उन्होंने सरकार से जानकारी चाही कि जिन स्थानों में नुकसान हुआ है उन स्थानों का सर्वे कराया गया है? किसानों को मुआवजे के रूप में कितनी राशि दी गई है? कोई राशि दी जाएगी या नहीं?
नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जानकारी दी कि फसलों के नुकसान के मामले पर लगातार सर्वे कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद जो भी नुकसान हुआ है, उसका मुआवजा दिया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने नुकसान के संबंध में जिलेवार जानकारी चाही। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने किसानों को लगातार हो रहे नुकसान का हवाला देते हुए दो-तीन दिनों के भीतर ही आरबीसी के प्रावधानों के तहत मुआवजा देने की मांग की।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भरोसा दिलाया कि सर्वे के बाद बीमा कंपनियों की ओर से मुआवजा मिलेगा। आरबीसी के तहत भी भुगतान किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि 10 विकास खंडों में बेमौसम बारिश की वजह से चने-टमाटर सहित सब्जियों की फसल खराब हो गया है। बोड़ला, बेमेतरा, कवर्धा के किसान बेहद परेशान है। उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है, सर्वे प्रक्रिया की कोई मॉनिटरिंग भी नहीं हो रही है। जबकि यह आपातकाल का समय है।
पूर्व मुख्यमंत्री के सवाल पर मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जानकारी दी कि 15 दिन के भीतर आरबीसी 6-4 के तहत किसानों को मुआवजे का भुगतान कर दिया जाएगा।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कल तक हुई ओलावृष्टि के संबंध में सभी कलेक्टरों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। सभी किसानों को मुआवजा आरबीसी के तहत दिया जाना चाहिए। इसके लिए कृषि विभाग को भी निर्देशित किया गया है।
बृजमोहन अग्रवाल ने किसानों के लिए आरबीसी 64 के तहत तत्काल राहत के रूप में राशि दिए जाने की मांग की। इस पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जल्द से जल्द राशि का भुगतान कराने का भरोसा दिलाया।