रायपुर। विधानसभा के तीसरे दिन प्रश्नकाल के बाद धान ख़रीदी का मुद्दे पर एक बार फिर सदन में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शून्यकाल में कवर्धा में आंदोलनरत किसानों की बात रखते हुए कहा कि हमने अब तक इस तरह का आंदोलन नहीं देखा है। जब किसान इतने लंबे समय तक नेशनल हाईवे को जाम किए हुए हैं। सरकार किसानों का टोकन जारी किया हुआ धान खरीदने की घोषणा करें।
धान खरीदी पर आंदोलन से बवाल
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा किसानों के आंदोलन को कोई देखने वाला नहीं है। प्रदेश में किसानों का तमाशा बना दिया गया है। सरकार ने टोकन जारी किया है ऐसे किसानों का धान खरीदा जाना चाहिए। इसके बाद विपक्ष ने इस मसले पर एक बार फिर नारेबाज़ी करते हुए हंगामा किया। इसके बाद विस अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत ने सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
विधानसभा की कार्रवाई दोबारा प्रारंभ होने के बाद धान खरीदी के मसले पर विपक्ष ने एक बार फिर सरकार को घेरा। भारी हंगामे के बीच ही धान खरीदी के मुद्दे पर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने सरकार का वक्तव्य भी पढ़ा लेकिन उस से असंतुष्ट होते हुए विपक्ष ने नारेबाजी कर सदन से वाकआउट कर दिया।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार धान खरीदी को लेकर गंभीर नहीं है। 1.20 लाख से अधिक किसान अभी भी अपना धान बेच नहीं पाए हैं। कई जिलों में किसान आंदोलित हैं लेकिन सत्तापक्ष उनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
बेमौसम बारिश के वक्तव्य पर विपक्ष नाराज
सदन में वापस आने के बाद ध्यानाकर्षण को लेकर भी जमकर बवाल हुआ। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने धान खरीदी के मामले में सरकार द्वारा दिए गए वक्तव्य में बेमौसम बारिश को लेकर भी जवाब शामिल किए जाने पर नाराजगी जताई।
वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने भी इसे नियमों के विपरीत बताया। साथ ही आसंदी से मांग रखी कि गलत ढंग से इस जवाब को शामिल किया गया है। बेमौसम बारिश पर वक्तव्य और धान खरीदी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लगातार नोकझोंक होती रही।
चर्चा से भाग लेने और भागने के आरोप प्रयारोप
सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर धान खरीदी के मामले में चर्चा से भागने का आरोप लगाया। साथ ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने की बात भी कही। भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने कहा कि कई जगहों पर चक्का जाम जैसी स्थिति बनी हुई है लगातार किसान आंदोलन कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए किसानों को कोचिया कह रही है। आज कई स्थानों पर किसान अपने हाथ में बैनर पोस्टर लेकर इसके विरोध में खड़े हैं कि मैं कोचिया नहीं हूं। बेहद शर्मनाक स्थिति पूरे प्रदेश में निर्मित कर दी गई है। सरकार कुछ भी सुनना नहीं चाहती।
सरकार बड़े-बड़े विज्ञापन छपवा रही
पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार सिर्फ बड़े-बड़े विज्ञापन छपवा रही है। धान खरीदी को लेकर उनकी समस्याओं से सरकार का कोई सरोकार नहीं है। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने जवाब दिया कि सरकार जब धान खरीदी के मामले पर जवाब देना चाह रही थी तब विपक्ष क्यों भाग गई।