रायपुर। पूर्ववर्ती सरकार में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे आईएएस अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मिन सिंह के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेषण ने एफआईआर दर्ज किया है। यह एफआईआर सामाजिक कार्यकर्त्ता उचित शर्मा की शिकायत पर की गई है।
उचित ने आरोप लगाया था कि सिंह ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए, भ्रष्ट्राचार में लिप्त रहे और आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर शेल कंपनी के द्वारा मनी लाण्ड्रिंग में भी शामिल थे. अमन सिंह ने विदेश में अपना काला धन इन्वेस्ट किया तथा छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी (CHiPS) में तैनाती के दौरान आर्थिक अनियमिता बरती। राज्य शासन ने इस शिकायत की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दिया है। जिस पर ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
मामले के साथ-साथ उनकी पत्नी यास्मीन सिंह की संविदा नियुक्ति, जरूरत से ज्यादा भुगतान करने मामले में राज्य शासन ने जांच के आदेश दिए थे। इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। 16 जनवरी 2020 को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें फौरी राहत दी थी। कोर्ट ने जांच पर स्टे देते हुए 10 फरवरी को अगली सुनवाई का वक्त मुकर्रर किया था। जस्टिस गौतम भादुड़ी की सिंगल बेंच ने सरकार का जवाब आने के बाद यह आदेश दिया था कि आपराधिक मामलों पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। याचिका पक्ष के वकील ने कोर्ट में जांच किए जाने का विरोध किया। इस पर कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा था कि जांच एजेंसी पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। जांच की दिशा एजेंसी तय करेगी।