रायपुर। भूपेश सरकार ने जागेश्वरी बिसेन नियुक्ति मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण (EOW) को जांच के आदेश दिए है। जागेश्वरी बिसेन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ओएसडी रहे अरुण बिसेन की धर्मपत्नी है।

प्रदेश की भूपेश सरकार ने रमन सिंह के कार्यालय के दौरान हुवी नियुक्तियों और फैसलों पर लगातार कटघरे में खड़ा किया है। अब इसमें मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है इसी कड़ी में जागेश्वरी बिसेन की नियुक्ति को लेकर लगाए गए शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सरकार ने EOW को पूरे मामले के जांच के आदेश जारी किए हैं

क्या था मामला
जागेश्वरी बिसेन नया रायपुर विकास प्राधिकरण में स्मार्ट सिटी परियोजना में बतौर आईटी कंसल्टेंट के पद पर पदस्थ थी। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी की शिकायत पर सरकार ने सबंधित विभाग, आवास एवं पर्यावरण विभाग से जांच कराया था।

जांच के दौरान विभाग ने पाया कि बिना तय योग्यता के उनकी नियुक्ति की गयी है। मतलब जागेश्वरी की नियुक्ति आईटी कंसलटेंट पद के लिए योग्यता एमसीए या बीई, बीटेक (कम्प्यूटर) की डिग्री और पांच से सात साल के अनुभव बिना ही कर दी गई थी।
सरकार ने इस जांच की रिपोर्ट के बाद सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से ईओडब्ल्यू चीफ जी पी सिंह को पत्र लिख मामले की जांच करने का आदेश दिया है साथ ही कहा है – प्रभाव के दम पर की गई इस अनियमित नियुक्ति से शासन को आर्थिक क्षति हुई है।