रायपुर। राजधानी से लगे खरोरा ब्लॉक के उप तहसील में बेल लेने के लिए एक व्यक्ति को 18,000 रुपये की घूस देनी पड़ी। घरेलू विवाद के चलते एक दिन जेल में रह कर आये एक शख्स ने यह दावा किया है । इस शख्स का कहना है कि उनकी पत्नी उप तहसील में 151 की धारा में जेल गए पति के बेल की अर्जी लिए पहुंची थी । इस दौरान तहसील के कर्मचारी ने तीन महीने की सजा करवा देने की धमकी देते हुए 20 हज़ार की डिमांड की। पैसे नहीं होने की जब उसकी पत्नी ने बात कही तो गाड़ी तक गिरवी रख कर पैसे देने के लिए मजबूर किया। हालात के आगे मारी पत्नी ने आनन-फानन में किसी तरह पैसे का जुगाड़ किया और फिर तब जा कर उसके पति को बेल मिल पाया।
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जानकारी के अनुसार खरोरा के ग्राम सरिया निवासी अलख राम का उनके अपने सगे भाई के साथ 15 जनवरी को विवाद हुआ। भाई ने अलख राम के खिलाफ खरोरा थाना में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 16 तारीख को जेल भेज दिया। 17 तारीख को अलख राम की पत्नी मीना बाई पट्टे के साथ तहसील पहुंची। यहां कार्यरत एक कर्मचारी ने महिला से बेल के लिए 20 हज़ार रूपये की डिमांड की। मीना बाई ने इतनी रकम होने से इनकार किया। तो कर्मचारी ने पति को तीन महीने की कैद की सजा दिलाने की बात कह डाली । पति के जेल में तीन महीने के कैद में रहने की डर से महिला ने किसी तरह पैसों का व्यवस्था किया और 15 हज़ार रूपये टंडन को हाथ में दिए।
इस मामले में जब तोपचंद डॉट कॉम ने तहसीलदार कृष्णा कुमार जायसवाल से बात की तो उन्होंने ने शिकायत मिलने की बात स्वीकारी, और बताया की इस प्रकरण में सुनवाई नायब तहसीलदार सरिता मढ़रिया कर रही थी । जब हमने सरिता मढ़रिया से सम्पर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन संपर्क से बाहर बताया, इस मामले के संबंध में तोपचंद डॉट कॉम से सरिता मढ़रिया को एक मेसेज भेजा गया है, जिसका जवाब अभी नहीं आया है।