रायपुर। प्रदेश में अब निशुल्क मोतियाबिंद का इलाज केवल सरकारी अस्पतालों में ही संभव हो पाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों में मोतियाबिंद के इलाज के लिए मिलने वाली मदद को ख़त्म कर दिया है।
सरकार ने पहले दंत रोग में मिलने वाली मदद को निजी अस्पतालों से बाहर किया था। बताया जा रहा है कि प्रदेश में महज 20 प्रतिशत मोतियाबिंद सर्जरी सरकारी अस्पतालों में होती थी, जबकि 80 प्रतिशत सर्जरी निजी अस्पताल या एनजीओ द्वारा कराया जाता था।
सरकारी अस्पतालों में साधन – संसाधन के बावजूद मोतियाबिंद का इलाज कराने मरीज़ नहीं पहुंच रहे थे। ऐसे में मरीज़ों को सरकारी अस्पताल तक पहुँचाने यह पहल की गई है। बता दें कि सरकार निजी अस्पतालों को एक सर्जरी के पीछे 7 हजार का भुगतान करती थी। जो अब से नहीं की जाएगी।