रायपुर। सूरजपुर में डॉक्टर की बर्खास्तगी के नाराज छत्तीसगढ़ इन- सर्विस डॉक्टर एसोशिएशन (सीडा) ने सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की है। बुधवार को प्रदेश भर से सरकारी डॉक्टर रायपुर पहुंचेगे और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को सामूहिक तौर पर अपना इस्तीफ़ा सौंपेंगे।
सीडा के डॉक्टरों ने प्रदेश में 1 जनवरी से लागू डबल ओपीडी की व्यवस्था का बहिष्कार कर दिया है और हड़ताल पर हैं। सीडा ने सरकार से मांग की है कि डबल शिफ़्ट में ओपीडी का निरस्तीकरण, अधिकतम ड्यूटी सीमा निर्धारण, अवकाश की पात्रता, 24×7 सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता और मरीज़ों की संख्या के अनुसार स्टाफ़ की नियुक्ति हो। इसके अलावा सीडा ने यह भी मांग की है कि सभी चिकित्सा अधिकारियों को अव्यावसायिक भत्ता और इसे बढ़ाकर बेसिक को 50% किया जाए। सभी तदर्थ रूप से चिकित्सकों की सेवा अवधि और वित्तीय लाभ की गणना प्रथम नियुक्ति से की जाए।
बता दें कि रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने हड़ताल में शामिल डॉ. रोहित पटेल को बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा डॉ. संदीप जायसवाल और डॉ. विनय गुप्ता को मेडिकल कालेज अटैच किया है। जबकि डॉ सीमा गुप्ता, डॉ रजनीश गौतम, डॉ दीपक ठाकुर, डॉ अविनाश सिंह, डॉ गौरव सिंह, डॉ मालती नाग, डॉ नवीन तिवारी, डॉ साधना सिंह, डॉ नंदनी सिंह, डॉ आनंद मोहन त्रिपाठी, डॉ अरविन्द सिंह, डॉ महामाया प्रताप सिंह और डॉ दुर्गेश बंजारे के नाम की अनुसंशा कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को भेजी है।
सीडा के एक्सीक्यूटिव प्रेसिडेंट डॉ. इक़बाल हुसैन ने तोपचंद से बातचीत में कहा है कि सरकार को डॉक्टर्स के हित में भी सोचना चाहिए और हमारी मांग को पूरी करना चाहिए। डॉ. इक़बाल ने यह भी कहा कि प्रदेश भर से कल यानी की बुधवार को 500 डॉक्टर रायपुर पहुंचेंगे और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को अपना सामूहिक इस्तीफ़ा सौंपेंगे। बताते चले कि डॉक्टर्स के संघ सीडा में अभी 956 डॉक्टर्स पंजीकृत है।