रायपुर। प्रदेश में राज्य सरकार ने मरीज़ों की सुविधा के लिए दो पाली में ओपीड़ी की सुविधा की घोषणा की है। 1 जनवरी से इसे लागू भी कर दिया गया है। लेकिन, जिन डॉक्टरों को ओपीड़ी में बैठकर इलाज करना है। उन्होंने इस इस व्यवस्था का बहिष्कार कार दिया है।

जी हाँ ! प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से तस्वीरें और ख़बर आ रही है कि डॉक्टरों के इस बहिष्कार से मरीज़ों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सीडा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह सूचना दी है कि है कि वे अपनी मांग पूरी नहीं होने तक ओपीड़ी का पूर्ण बहिष्कार करेगी।

छत्तीसगढ़ इन-सर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशान (सीडा) ने राज्य सरकार से मांग की है कि डबल शिफ़्ट में ओपीडी का निरस्तीकरण, अधिकतम ड्यूटी सीमा निर्धारण, अवकाश की पात्रता, 24×7 सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता और मरीज़ों की संख्या के अनुसार स्टाफ़ की नियुक्ति हो।
इसके अलावा सीडा ने यह भी मांग की है कि सभी चिकित्सा अधिकारियों को अव्यावसायिक भत्ता और इसे बढ़ाकर बेसिक को 50% किया जाए। सभी तदर्थ रूप से चिकित्सकों की सेवा अवधि और वित्तीय लाभ की गणना प्रथम नियुक्ति से की जाए।
