रायपुर। नाबालिक से दुष्कर्म के मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री के निज सहायक ओम प्रकाश गुप्ता को गुरुवार को मेडिकल कराने के बाद जिला फ़ास्टट्रैक कोर्ट में पेश किया गया। जहां जस्टिस कुमारी राधिका सैनी की बेंच ने ओपी गुप्ता को 16 जनवरी तक न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है।
इधर, राजनांदगांव निवासी नाबालिक पीड़िता एनजीओ के साथ रायपुर एसपी आरिफ शेख के दफ्तर पहुंची। पीड़िता ने अपनी सुरक्षा की मांग की है। पीड़िता ने ओपी गुप्ता पर जान से मारने का आरोप लगाया है। इसके बाद एसपी आरिफ शेख ने पीड़िता को सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया है।
बुधवार की रात नाबालिक पीड़िता ने रायपुर के महिला थाना पहुँच कर ओम प्रकाश गुप्ता के खिलाफ दुष्कर्म करने और शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था । पुलिस ने इसके बाद एफआईआर दर्ज कर तत्परता से रात करीब डेढ़ बजे गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था। पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस कहा है कि उसे आरोपी पढाई के नाम पर रायपुर लेकर आया था, इसके बाद एक दिन उसकी पत्नी मायके गई तो उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद पीड़िता को नया रायपुर के सुने मकान में ले जाकर आरोपी दुष्कर्म करता रहा। बाद में आरोपी ओपी गुप्ता ने भिलाई में पीड़िता को कमरा किराए पर दिलाकर खुद को पीड़िता का बड़े पापा बताता था। कभी अलग अलग किराए के मकान में खुद को लोकल अभिभावक बताकर ओपी गुप्ता ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि, बोरियाखुर्द में ओपी के ड्रायवर ने भी पीड़िता के साथ यौन हमला करने की कोशीश की थी।
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बयान दिया है कि मामले में पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है, और रिपोर्ट के बाद ही इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया देने की बात कही है। इधर, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने इस मसले पर पार्टी का मामला नहीं होने की बात कहते हुए बचते नजर आये।
फिलहाल आरोपी न्यायीक रिमांड पर है, सियासत गर्म है, पीड़िता सुरक्षा की मांग कर रही है।