समझें ऑनलाइन ठगी के इस नये तरीके को और सुरक्षित रहें
दुर्ग। अच्छी सैलरी वाली नौकरी का लालच दे कर जामुल में रहने वाले एक युवक के अकाउंट से 5 लाख रु हैकरों ने निकाल लिए थे। उस गैंग का पुलिस ने भंडाफोड़ कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में एक आरोपी फरार है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित लवकुश ने इस संबंध में इसकी रिपोर्ट लिखाई थी और पुलिस ने तत्परता से इस मामले में कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। यह गिरोह लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर जानकारी इक्कठा कर खाते से पैसा उड़ा लेता था।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने 12,000 लोगों का डाटा रु 17,000 में दिल्ली से ख़रीदा था। उस डाटा में लवकुश का भी नंबर था। पीड़ित को कुछ दिने पूर्व आरोपियों ने फोन कर के मोटी सैलरी वाली नौकरी का लालचा दिया, और उसे एक फर्जी वेबसाइट में खुद को रजिस्टर करने को कहा।
पुलिस ने जानकारी दी की उस वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन चार्ज रु 50 था जो की इन्टरनेट बैंकिंग के द्वारा लिया जाता था। एक बार ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने पर वह वेबसाइट पूरी डिटेल्स जैसे अकाउंट नंबर, पासवर्ड, बैंक अकाउंट से जुड़े फ़ोन नंबर को स्टोर कर लेती थी। बाद में आरोपी ‘सिक्योर ओटीपी’ नाम के एक एंड्राइड एप्प से मोबाइल नंबर पर आने वाले ओटीपी को दूसरे मोबाइल में सेव कर लेते थे, जिसका पता असली खाताधारी को नहीं चलता था।
इसके बाद Paytm के मध्य से एक नए नंबर को उस बैंक अकाउंट से जोड़ा जाता था और अकाउंट से पैसे निकल जाते थे। पुलिस अधिकारीयों ने बताया की गिरोह का सरगना सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जो अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी का यह धंधा चलाता था। आरोपी पूर्व में भी ठगी के आरोप में जेल जा चुके है। दुर्ग पुलिस ने सभी गिरफ़्तारी नॉएडा उत्तरप्रदेश से की है।