रायपुर/ राज्य का बस्तर संभाग मलेरिया से होने वाली मौतों के लिए कुख्यात है। इन दिनों फिर से बस्तर के जंगलों में मलेरिया और डेंगू ने अपने पैर पसार लिए हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बस्तर संभाग को मलेरिया मुक्त करने की मुहिम शुरू की है।
यह अभियान 15 जनवरी से शुरू किया जाएगा और 14 फरवरी तक चलेगा।
इस मुहिम में स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य 3.75 लाख घरों तक पहुंच कर 14 लाख से अधिक लोगों के रक्त की जांच करना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 1720 दलों का गठन किया है। प्रत्येक उपस्वास्थ्य केंद्र स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शामिल कर चार जांच दलों का गठन किया गया है।
बता दें पिछले दो महीनों में वनांचलों में 2167 लोग मलेरिया से पीड़ित पाए गए है। यह पुष्टि राज्य सरकार द्वारा चलाई गई हाट बाजार क्लीनिक योजना के दौरान 64621 लोगो की रक्त जांच करने से हुई। इसमें आदिवासी और ग्रामीण शामिल है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में 14,000 से अधिक मलेरिया पीड़ित पिछले दो महीने में पाए गए हैं।
इस बीच बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को मलेरिया से बचाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस करीब 12,000 मच्छरदानी खरीदने जा रही है । करीब रु 1.5 करोड़ की इस खरीदी के लिए विभाग टेंडर निकालने की तैयारी कर रहा है ।