रायपुर। ऑस्ट्रेलिया में चल रहा अडानी का विरोध अब विश्वव्यापी हो चुका है। यह तो हुई ऑस्ट्रेलिया की अब भारत, हमारे लोकल छत्तीसगढ़ में ही अक्टूबर महीने से हसदेव जंगल को अडानी से बचाने आदिवासी अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं। आंदोलन पर बैठे इन लोगों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। इनके पास अपनी बात रखने के सही प्लेटफॉर्म तक नहीं है, सोशल मीडिया कैम्पेनिंग तो दूर की बात है। आदमी वही है गौतम अडानी, काम भी वही, मुद्दा भी वही बस विरोध करने वाली जनता अलग है, तरीके अलग है। यह दिखने में थोड़े ज्यादा गोरे या थोड़े काले हो सकते हैं पर सांस सबको लेना है, फेफड़ो की चिंता सबको है विरोध का मुद्दा भी एक ही है पर्यावरण बचाओ।