रायपुर। देश में जो लोग हिंदु और मुसलमानों के वोट का ध्रुविकरण करके चुनाव जीतने की मंशा पाले रहते हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ में इन दो चुनाव परिणाम पर नजर डालना चाहिए। भले ही इन परिणामों का दायरा देश के लिहाज से छोटा हो लेकिन जीत काफी बड़ी है।
छत्तीसगढ़ को शांति का टापू भाईचारे का समागम यूं ही नहीं कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में 2018 के चुनाव में सबसे बड़ी जीत मोहम्मद अकबर ने दर्ज की थी। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा में जहां गिनती के मुस्लिम वोटर्स हैं वहां मोहम्मद अकबर को सबसे बड़ी जीत मिली। यानी प्रदेश की 90 सीटों में सबसे ज्यादा लीड 59 हजार 284 वोट से जीते थे। मोहम्मद अकबर ने बीजेपी के सीटींग एमएलए अशोक साहू को हराया था।
इसी तरह जब छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय के चुनाव हुए तो प्रदेश भर में जीत का सबसे कम अंतर 1 वोट का रहा लेकिन सबसे बड़ी जीत इस चुनाव में भी अल्पसंख्यक चेहरे ने दर्ज की। रायपुर के बैजनाथपारा वार्ड से एजाज ढेबर ने 4442 वोट से जीत दर्ज की। इन दोनों विषयों को कोट करने का आशय यह है कि, इंटरनेट पर जो लोग धार्मिक भावनाओं का आहत पहुंचाने वाले पोस्ट शेयर करते रहते हैं.. उनको समझ लेना चाहिए, कि वे केवल अपना समय खराब कर रहे हैं, जनता को उनके पोस्ट से ढेला फर्क नहीं पड़ता। जनता भाईचारा और अमन चैन पसंद करती है।