रायपुर। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए डाले गए वोटों की कल गिनती है। सुबह से रुझान आने शुरू हो जाएंगे और शाम तक पता चल जाएगा कि निकाय चुनाव में किस पार्टी की कितनी बखत रही। और इसी के साथ महापौर की दावेदारी कर रहे पार्षदों के बीच मेयर बनने के लिए खींचातानी शुरू हो जाएगी।
यह कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टी के लिए विडंबना का दौर होगा, क्यों कि पद एक हैं और दावेदारों के नाम अनेक! ऐसे में पार्टी के सामने महापौर का नाम तय करना काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है ।
हालांकि कांग्रेस में महापौर के दावेदारी करने वालों की संख्या कम है, जबकि भाजपा में इसकी बाढ़ है। कांग्रेस से प्रमोद दुबे अगर जीत कर पार्षद बनते है तो यह तय माना जा रहा है कि उनकी कुर्सी पक्की है, वहीं इसके अलावा एजाज ढेबर, गोवर्धन शर्मा, ज्ञानेश शर्मा और सतनाम पनाग भी महापौर की दावेदारी कर रहे है।
जबकि बीजेपी में संजय श्रीवास्तव, छगन मूंदड़ा, सुभाष तिवारी, राजीव अग्रवाल, सूर्यकांत राठोर और प्रफुल्ल विश्वकर्मा दावेदारी कर रहे है। बीजेपी के संजय श्रीवास्तव पूर्व में निगम के सभापति और गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष रह चुके है, प्रफुल्ल विश्वकर्मा वर्तमान में सभापति है। राजीव अग्रवाल जिला के कप्तान है, वहीं छगन भी भाजपा सरकार में मंडल में रह चुके है। कांग्रेस में गोवर्धन शर्मा, एजाज ढेबर और सतनाम पनाग लम्बे समय से वार्ड से चुन कर आ रहे है, ज्ञानेश शर्मा पहले कुछ समय के लिए संचार विभाग की कमान संभाली है।