रायपुर। सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से एक और महिला की मौत हो गई है। मृतक महिला का नाम जैमिनी नेताम बताया जा रहा है और इस घटना को मिलाकर अब तक कुल 73 मौत सुपेबेड़ा में हो चुकी है।
“जैमिनी नेताम की मौत ओडिशा के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हुई। इससे पहले महिला का इलाज रायपुर के राम कृष्ण अस्पताल और डीकेएस अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उपचार से असंतुष्ट परिजनों ने उसे ओडिशा के नौरंगपुर अस्पताल में भर्ती किया था, जहां उसकी मौत हो गई,” सुपेबेड़ा निवासी त्रिलोचन सोनवानी ने तोपचंद डट कॉम को बताया।
उल्लेखनीय है की छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान इस विषय पर चर्चा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने सुपेबेड़ा में किडनी की महामारी से साफ़ इनकार कर दिया था। सिंहदेव ने अपने जवाब में कहा था एक भी मौत किडनी खराब होने की वजह से नहीं हुई है।
सरकारी आंकड़ों की मानें तो 2008 से अब तक सुपेबेड़ा में 71 मौतें रीनल फेलियर (कीडनी की खराबी) से हुई हैं। जबकी सुपेबेड़ा निवासियों के मुताबिक 105 से अधिक मौतें इस वजह से हो चुकी हैं।
बीजेपी सरकार ने सुपेबेड़ा से लगे देवभोग में एक डायलिसिस सेंटर की भी शुरुआत की थी, लेकिन चिकित्सक की कमी के कारण डायलिसिस सेंटर में एक भी व्यक्ति का ब्लड ट्रांस्फ्युसन नहीं हो पा रहा था। “