रायपुर। रॉन्ग साइड चलना अब महंगा पड़ सकता है क्योंकि गाड़ियों को रॉन्ग साइड चलाने पर टायर किलर आपको सजा देने वाला है।
गाड़ी ड्राइव करने पर यातायात नियमों का पालन ना करने वालों को सबक सिखाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नया प्लान बनाया है और ट्रैफिक पुलिस के इस प्लान में उनका साथ “टायर किलर” देने वाला है।
दरअसल टायर किलर एक ब्रेकर की तरह है, जो गाड़ी के रॉन्ग साइड आने पर टायर को पंक्चर करने का काम करेगा। टायर इससे फट भी सकता है।
ट्रैफिक पुलिस ने फिलहाल शुरुआत में दो जगहों “तेलीबांधा और अवंति विहार” पर इसे लगाने का प्लान बनाया है ।
क्या है टायर किलर ?
टायर किलर एक स्पीड ब्रेकर जैसा होता है। जिसमें लोहे के काँटेदार स्प्रिंग फिट होते है। अगर गाड़ी सही दिशा से इसे क्रॉस करेगी, तो उसके टायर सुरक्षित रहेंगे क्योंकि इस पर लगे कांटेदार स्प्रिंग झुके होंगे, लेकिन अगर गाड़ी गलत दिशा से क्रॉस कर रही है तब इसके उठे हुए कांटेदार स्प्रिंग से टायर पंक्चर या खराब हो सकता है।
इस पर एडिशनल एसपी ट्रैफिक एमआर मंडावी का कहना है,कि “शहर की सड़कों में वाहनों की रॉन्ग साइड आवाजाही से दिक्कतें आती है, जिन्हें सबक सिखाने के लिए टायर किलर्स ब्रेकर लगाए गए है। नियमों का उल्लंघन करने वालों को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है।”

टायर किलर ब्रेकर कहीं जानलेवा न हो जाए
माना कि रॉन्ग साइड गाड़ी चलाना नियम के विरुद्ध है और इस पर कार्यवाही करना भी जरूरी है। परन्तु, सबक सिखाने के नाम पर बीच सड़क पर लोहे के कांटे लगा देना कहीं किसी गाड़ी चालक को भारी न पड़ जाए। हो सकता है कि किसी ने अत्यधिक तेज रफ्तार से इस टायर किलर ब्रेकर के ऊपर से गुजरता है और टायर फट जाए तो एक बड़ी दुर्घटना घट सकती है। यात्री के जान पर भी बन सकती है। वहीं किसी तकनीकी खराबी जोकि स्वाभाविक है और सीधे रास्ते चलता व्यक्ति भी इसकी चपेट में आ सकता है। एक ध्यान देने वाली बात यह भी है कि सिर्फ कोई गाड़ी ही नहीं बल्कि ऐसे टायर किलर ब्रेकर अमूनन पैदल यात्री के लिए भी घातक हो सकते हैं।
तोपचन्द.कॉम ने इस विषय पर सोंचा और अलग अलग एंगल से विचार करने के बाद भी केवल रॉन्ग साइड की गाड़ी रोकने सजा के तौर पर सड़क पर शूल बिछा देना हमें जायज नहीं लगता। ट्रैफिक विभाग को इस विषय पर एक बार और विचार करने की आवश्यकता है।