स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर साल स्वच्छता सर्वेक्षण के मापदंडों के आधार पर शहरों को अलग-अलग क्षेत्र में सम्मानित करती है। बीते दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केंद्र से आये आला अधिकारियों ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर जा कर उन्होंने ने शौचालयों की निरिक्षण किया।
निगम के अधिकारीयों के मुताबिक उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं हैं कि केंद्रीय अधिकारी कहां गए थे? कहां जा रहे हैं?
इस बार निगम के कर्मचारी या गाड़ी नहीं बल्कि गूगल मैप का सहारा
बीते वर्ष केन्द्रीय अधिकारीयों को निगम के कर्मचारी या ड्राइवर निरिक्षण दौरे पर लेकर जाते थे। जिससे केंद्रीय अधिकारीयों का निरिक्षण उजागर और सार्वजनिक हो जाता था, इसलिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत रायपुर निगम के अधिकारीयों ने केंद्र को 182 शौचालयों की सूचि में 50 बेस्ट टॉयलेट के लोकेशन सहित सूचि भेज दिया था। केंद्रीय अधिकारी गूगल मैप का सहारा लेकर निगम द्वारा दिए गए लोकेशन के आधार पर शौचालयों का निरिक्षण कर रहे हैं। इस बार अधिकारीयों को इसकी जानकारी नहीं है कि अधिकारी कौन से शौचालय का निरिक्षण करने वाले हैं? या करेंगे?