राजनांदगांव से रविवार शाम अपहृत बच्चे को पुलिस ने 12 घंटे में ही खोज निकाला। अगवा हुए 9 वर्षीय नैतिक को महाराष्ट्र सीमा पर बसे एक गांव साल्हेकसा से बरामद किया गया है।

पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन अपहरणकर्ता शामिल थे, जिसमें नैतिक के घर काम करने वाला एक नौकर भी शामिल है।
होटल व्यवसायी विनोद लुल्ला के 9 वर्षीय पुत्र नैतिक लुल्ला का दो बाइक सवार युवकों ने अपहरण कर लिया था। घटना से पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए शहर भर में नाकेबंदी की थी। घटना शाम 6:30 के आसपास की हुई थी।

मौके पर उपस्थित लोगो के अनुसार बाइक में सवार अपहरणकर्ताओं ने नैतिक को उस वक्त उठा लिया था जब वह मोहल्ले में सायकल चला रहा था ।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी के लिए शहर में नाकेबंदी कर दी थी आसपास के इलाके में मौजूद तमाम सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया था। पुलिस को जैसे ही आरोपियों के ठिकानों का पता चला तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और नैतिक को अपने कब्जे में लिया और आरोपियों को धर दबोचा।

पुलिस के मुताबिक 3 आरोपी हैं जिनका नाम अक्षय सहारे, कामेश गावड़े और एक आरोपी नाबालिग बताये गए हैं। सभी आरोपी महाराष्ट्र के सल्हेकसा के गांव कचारगढ़ के है। इस सबन्ध में आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया-
“नैतिक के अपहरण में जो आरोपी शामिल थे वो नैतिक के पिता विनोद लुल्ला के यहां होटल केटरिंग में काम करते थे। दोनों ही आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। आरोपीयों द्वारा किस उद्देश्य से बच्चे का अपहरण किया गया है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा हमारा पहला उद्देश्य यही था कि बच्चे को सकुशल आरोपियों के चंगुल से बाहर निकालना है”।

इस संबंध में नैतिक के पिता विनोद लुल्ला और मां पायल लुल्ला ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम राजनांदगांव पुलिस का धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने इतने कम समय में हमारे बच्चे को सकुशल लौटाया।