टीवी पर मच्छरों को मारने तरह तरह के विज्ञापन आते हैं। किसी एक में लेजर लाईट निकलती है जो मच्छरों को ढूंढ ढूंढ कर मारती है। एक आता है आल आउट जिसमें एक डिब्बा जिभ से मच्छरों को कैच करता है। असल में ऐसा कुछ होता नहीं है। यह हमें तस्वीरों के जरिए बताने का तरीका है कि, उनका उत्पाद मच्छरों को मार सकता है।
खैर जो उत्पाद अब बाजार में हैं,उनमें अगरबत्ती से लेकर, लिक्वीड रिफिल तक हैं।
छत्तीसगढ़ के रहने वाले हेमंत वैष्णव ने मच्छरों से निपटने बम बनाया है। इसे मच्छर बम का नाम उन्होंने ही दिया है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या यह बम फूटेगा इससे आवाज निकलेगी..तो ऐसा नहीं होने वाला है, आपको मच्छर बम में आग लगाना होगा। जमकर धुंआ निकलेगा जिससे मच्छर भागेंगे।

इसे बनाने वाले हेमंत वैष्णव ने जैविक चिजों का इस्तेमाल किया है।
250 ग्राम गोबर
100 ग्राम नीम खली
50 ग्राम कच्चा धूप
50 ग्राम गंधक
100 ग्राम कच्ची सूखी नीम की पत्ती
100 ग्राम नारीयल बूच का बुरादा
कपूर के कुछ टुकड़े
इन सभी को मिलाकार हेमंत वैष्णव ने एक उत्पाद तैयार किया है, जिसका आकार पिरामिड की तरह है। कुछ कुछ यह दिवाली में जलाए जाने वाले अनार की तरह दिखता है। हेमंत वैष्णव का दावा है कि, इसे जलाने के बाद मच्छरों की समस्या से बहुत हद तक राहत मिल रही है। आम मच्छर अगरबत्ती की तरह इसमें कैमिकल नहीं होने की वजह से इससे आंखों में जलन भी नहीं होती।