केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद को कक्षा दसवीं और कक्षा बाहरवीं के परीक्षा पैटर्न में बदलाव किये जाने की बात कही है। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने छात्रों के सोच और तर्क क्षमता को विकसित करने के लिए पैटर्न में बदलाव करने का निर्णय लिया है।
लोकसभा में सांसद केशरी देव पटेल व चिराग पासवान द्वारा किए गए सवालों के जवाब देते हुए रमेश पोखरियाल ने संसद में बताया कि प्रश्नपत्र में 20% प्रश्नों को ऑप्शनल और 10% को कन्स्ट्रक्टिव तरह से बनाया जायेगा। कुल मिलाकर प्रश्नपत्र के 33% हिस्से में छात्रों को इंटरनल ऑप्शन के सवाल मिलेगा।
किस तरह से छात्रों के लिए आसान होगा पैटर्न
केंद्रीय बोर्ड के द्वारा जारी पैटर्न में 1 नंबर वाले 25% ऑप्शनल प्रश्न होंगे। साथ ही जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं होते थे, उन विषयों में इंटरनल असाइंगमेंट का एग्जाम लिया जायेगा जो 20 नंबर का होगा। वर्ष 2020 में आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में ये बदलाव लागू किया जायेगा। केंद्रीय बोर्ड द्वारा जारी किये गए सर्कुलर के हिसाब से 10वीं कक्षा में पास होने के लिए हर विषय के प्रैक्टिकल व थ्योरी दोनों में कुल 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। लेकिन जारी किये गए सर्कुलर में 12 वी के लिए नियम अलग है। 12वीं के स्टूडेंट्स को पास होने के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और इंटरनल असाइमेंट में अलग-अलग 33% अंक लाने होंगे। 12वीं परीक्षा में 70 नंबर के विषय में 23 और 80 नंबर के विषय में 26 अंक लाना जरूरी होगा।