रायपुर, आज से प्रदेश भर में धान की खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। और छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला मौका था जब कोई मुख्यमंत्री सीधे धान खरीदी केंद्र पहुंचे। सीएम भूपेश बघेल दोपहर के पाटन के जामगांव धान खरीदी केंद्र पहुंचे और यहां किसानों और हमालों से मिले। उन्होंने कहा आपके लिए खरीदी केंद्रों में जरूरी सुविधाएं देखने आया हूँ। आपकी सभी सुविधाओं का सरकार ध्यान रखेगी।
खुशनुमा माहौल में किसानों ने कहा, मुख्यमंत्री भी हमारी खरीदी की व्यवस्था देखने आए हैं यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। स्थानीय किसान श्रोणित चंद्राकर का धान बिक रहा था। किसानों और हमालों से मिलकर उनका हालचाल पूछा। श्री बघेल ने किसानों से कहा आपके लिए खरीदी केंद्रों में जरूरी सुविधाएं देखने आया हूँ। आपकी सभी सुविधाओं का सरकार ध्यान रखेगी। जामगांव में किसान तोखनलाल वर्मा का धान खुद मुख्यमंत्री ने तौला। सरना प्रजाति का था धान, रगड़कर मुख्यमंत्री ने देखा कहा इसकी गुणवत्ता अच्छी
कलेक्टर अंकित आनंद ने व्यवस्था की जानकारी देते हुये बताया कि टोकन दिए जा चुके हैं। खरीदी की उत्तम व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों को धान खरीदी के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा है कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो और खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध कराया जाएं।
बता दें कि राज्य के सभी जिलों में धान का उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) द्वारा किया जा रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान की खरीदी वर्ष 2018-19 में संचालित एक हजार 995 खरीदी केन्द्रों सहित इस वर्ष प्रारंभ किए गए 33 नवीन खरीदी केन्द्रों में की जाएगी। प्रदेश में 48 मंडियों एवं 76 उपमंडियों के प्रांगण का उपयोग विगत खरीफ विपणन वर्ष के अनुसार धान उपार्जन केन्द्र के लिए किया जाएगा।
वर्तमान खरीफ वर्ष 2019-20 में प्रदेश के 19 लाख 56 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है, जो गत वर्ष पंजीकृत किसानों की संख्या 16 लाख 97 हजार से दो लाख 58 हजार ज्यादा है। राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के दौरान राज्य के किसानों से नगद व लिंकिंग में धान की खरीदी एक दिसम्बर से 15 फरवरी 2020 तक की जाएगी। खरीफ वर्ष 2019-20 में प्रदेश के किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की गई है। खरीफ वर्ष 2019-20 में राज्य के किसानों से 85 लाख मैट्रिक टन धान उपार्जन अनुमानित है।