प्रदेश में एक बार फिर बच्चों के पोषण के लिए दिए जाने वाले अंडे को लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। शुक्रवार को विधानसभा में इस मसले पर भाजपा विधायक कृष्ण मूर्ति बांधी ने सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा कि “ बस्तर, बलरामपुर, सुकमा, सूरजपुर, कोरिया, कांकेर, जशपुर जैसे सुदूर जिलों अंडे का वितरण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने अंडा वितरण पर एजेंसी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए स्कूली शिक्षा मंत्री से इस विषय पर जानकारी मांगी। विपक्ष ने सरकार पर सोया की क्वालिटी पर भी सवाल उठाया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि, जो सोया बांटा जा रहा है,उसकी क़्वालिटी घटिया है,सोया से बदबू आ रही है। जिसमें कोई देखरेख भी नहीं की जा रही है।
सदन में विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा “किसी भी जिले में अंडा वितरण के विरोध की खबर नहीं है। डीएमएफ से सभी जगह अंडा का वितरण किया जा रहा है। अक्टूबर में कुल 11855 स्कूलों में अंडा का वितरण किया गया है। जहां विरतण नहीं हो पाया है वहां जल्द हो जाएगा।
वहीं सोया मामले में मंत्री टेकाम ने जवाब दिया ” खराब सोया दूध की बात गलत है। सोया दूध 90 दिनों तक सामान्य टेम्परेचर में खराब नहीं होता। बता दें, की विधानसभा अध्यक्ष ने इस विषय पर जांच के आदेश दिए है।