शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुड़ टेंडर को लेकर चर्चा में पक्ष-विपक्ष में जोर का हंगामा हुआ। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में डॉ. रमन सिंह ने सवाल उठाया कि जिस व्यापारी को गुड़ का टेंडर दिया गया है वह क्या गुड़ का उत्पादन करता है या फिर उसको गुड़ उत्पादन करने की जानकारी है।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने पलटवार करते हुए जवाब दिया- डॉ. रमन जी आपने भी नेफेड के माध्यम खरीदारी किया था। हमने निविदा के शर्तों के अनुसार टेंडर दिया है। जिनका L1 L2 L3 उन्हें बुलाया गया। आपकी तरह हम भी नेफेड के माध्यम से ही टेंडर दिए हैं।
रमन सिंह ने सवाल किया कि जिनको टेंडर दिया जा रहा है उनका ऑटोमोबाइल का काम है क्या उनके द्वारा पेट्रोल डीजल मिलाकर गुड़ बेचा जायेगा।
टेंडर की जिस प्रक्रिया पर इतने सवाल खड़े हो रहे हो उसको क्या रद्दा किया जायेगा।
जिस प्रक्रिया पर पहले दिन से ही सवाल उठ रहा हो क्या खाद्य विभाग उस प्रक्रिया को रद्द करेगा।
खाद्य मंत्री ने जवाब देते हुए कहते हैं कि डॉ. रमन जी आप मोदी जी से भी नहीं डरते क्या ? टेंडर के लिए पार्टिसिपेट करने वाले गुजरात से भी हैं। क्या आप गुजरात के कंपनियों से खिलाफत कर रहे हैं ?
खाद्य मंत्री भगत ने रमन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि अभी यह हाल किया है आगे और क्या-क्या किया जाएगा।
डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री का नाम बार-बार लिए जाने पर आपत्ति जताई और उन्होंने कहा कि गुड़ के टेंडर पर खाद्य मंत्री के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं है। गुड़ के टेंडर मामले को लेकर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर लिया।