पूर्ववर्ती सरकार से चली आ रही आउटसोर्सिंग की समस्या प्रदेश में अब तक ख़त्म नहीं हुई है, सरकारी तो सरकारी अब निजी कंपनियों से भी स्थानीय आउटसोर्सिंग का शिकार हो रहे है। सरगुजा के उदयपुर में भी कुछ इसी तरह का रवैया देखने को मिल रहा है, जहां के स्थानीय युवा रोजगार नहीं मिलने से नाराज हैं और सात दिन बाद आदानी समूह के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।
सरगुजा के उदयपुर के परसाकेटे में आदानी समूह कोल ब्लॉक चलाती है, कोल ब्लॉक लेने से पहले आदानी समूह ने वादा किया था कि स्थानीय लोगों को 70 फीसदी काम दिया जायेगा। कोल ब्लॉक खुला और युवाओं में एक उम्मीद जगी की अब रोजगार मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, आदानी समूह ने बिहार से भर्ती की और स्थानीय लोगों को ठेंगा दिखा दिया। ऐसे में रोजगार को ताकते उदयपुर और आस-पास के युवा अब आंदोलन की तैयारी में हैं। मंगलवार को अशोक कुमार सेनावानी सदस्य खाद्य आयोग छत्तीसगढ़ शासन के नेतृत्व में बैठक हुई है और आदानी समूह को सात दिन का अल्टीमेटम दिया गया है कि 70 फीसदी स्थानीय लोगों को काम नहीं दिया गया तो कोल उत्खनन और रेल परिवहन दोनों को रोक दिया जायेगा।
अशोक सोनवानी ने तोपचंद से बात चीत में बताया कि स्थानीय लोगों को काम देने के नाम पर आदानी समूह ने ठगा है, हम चाहते हैं कि यहां के स्थानीय लोगों को काम दिया जाए और रायल्टी का पैसा भी उदयपुर के विकास में खर्च हो..