राजधानी के दाऊ कल्याण सुपरस्पेशलिस्ट अस्पातल में अब मुफ्त इलाज पाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अनुशंसा जरुरी होगी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि डीकेएस अस्पताल इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए यह फैसला लिया गया है।
सिंहदेव ने कहा कि डीकेएस अस्पताल में अब मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं होगी। “डीकेएस एक प्राइवेट संस्था है। और अस्पताल में मुफ्त इलाज के लिए अब मरीजों को मुख्यमंत्री की अनुशंसा लेनी होगी और राज्य के संजीवनी कोष से इलाज होगा।
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद लाखों गरीब मरीजों को इसका सामना करना पड़ेगा। हालांकि सीएम की अनुशंसा के बाद मुफ्त इलाज संभव हो पाएगा, लेकिन सीएम की अनुशंसा लेना भी यूँ ही आसान नहीं होगा।
बता दें कि डीकेएस अस्पताल में पूर्ववर्ती सरकार के दौरान 50 करोड़ के एक बड़े घोटाले का मामला सामने आया था। इसके चलते अस्पताल की माली-हालत बिगड़ गई है। इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दमांद डॉ. पुनीत गुप्ता के ऊपर आरोप है कि उन्होंने घोटाले के पैसे को गबन किया है।