प्रदेश में धान खरीदी का मसला भले ही अभी कुछ पल के लिए शांत हो गया हो, पर एक दुसरे पर बयान बाजी का दौर अभी भी जारी है। राज्य के पीडब्लूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू आज सुबह ही दिल्ली से सर्वश्रेष्ठ मंत्री का सम्मान पाकर रायपुर पहुंचे है। इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान प्रदेश की बदहाल सड़कों के लिए जिम्मेदार पूर्ववर्ती सरकार को ठराया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है नई सड़कें बनवाना इनके बलबूते से बाहर हैं ये सड़कें ही पाट ले वहीं बहुत है।
दरअसल, पीडब्लूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने बयान पर सड़क में खराबी का पूरा ठिकरा पूर्व की भाजपा सरकार पर फोड़ा था। उन्होंने कहा था कि 15 साल के खराब गड्ढे धीरे-धीरे भरेंगे। हम लोगों के द्वारा किया हुआ गड्ढा थोड़ी है। वह रमन सिंह का गड्ढा है उसको धीरे-धीरे भरना शुरू किया है।
इसके जवाब में रमन सिंह ने कहा कि सड़क बनाना इनके बलबूते के बाहर है ये सड़कें ही पाट लें वही बहुत है। छत्तीसगढ़ में जो सड़कों का जाल बिछाने का काम हुआ वह अपने आप में चमत्कार ही है। कुछ ये लोग भी कर ले तो हम उनको शुभकामनाएं देंगे, बधाई देंगे लेकिन कुछ करे तो! यह बात ठीक है कि उन्हें गढ्ढे भरने में समय लगेगा।
मगर शायद उनका गणित कमजोर है अगर पुराने सिर्फ दो आंकड़े देख ले कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तब छत्तीसगढ़ में 29980 किलोमीटर सड़कें थी और जिस दिन पद छोड़ा तब 60600 किलोमीटर सड़कें थी। मंत्री जी को याद दिला दूँ, जब मैं सीएम बना था तब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 800 किलोमीटर सड़कें बनी थी और जब हटा तब 18000 सड़कों का निर्माण हुआ था । अब इन दोनों सड़को को जोड़ लिया जाए और मंत्री जी केवल उनके गढ्ढे ही पाट ले, वो भी नहीं कर पाएंगे। केवल रिपेयर करने के लिए भी फंड नहीं है।