प्रदेश के युवा वर्ग को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, आधारभूत मूल्यों से जोड़ने छत्तीसगढ़ सरकार ने “युवा महोत्सव” का आयोजन किया है।
इस युवा महोत्सव का आयोजन प्रदेश के युवाओं के लिए विकासखंड स्तर, जिला स्तर, एवं राज्य स्तर पर किया जा रहा है । महोत्सव का थीम “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” पर आधारित है।
महोत्सव में युवा अपने कला के द्वारा छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने एवं पारंपरिक संस्कृति को निखारने का प्रदर्शन करेंगे। महोत्सव में भारतीय सांस्कृतिक के विधाओं का भी प्रदर्शन होगा।

इन आयोजनों के प्रथम चरण में विकासखण्डों में युवा उत्सव के आयोजन का सिलसिला 15 अक्टूबर से शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक जिला स्तर पर आयोजन होगा। इसके बाद तीसरे चरण में स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 से 14 जनवरी पर राज्य स्तर पर युवा उत्सव का आयोजन होगा।

विकासखंड स्तर पर आयोजित युवा महोत्सव के दौरान विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त युवाओं को जिला स्तरीय युवा महोत्सव में भाग लेने की पात्रता होगी। इसी प्रकार जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकारों को राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में हिस्सा लेने की पात्रता होगी।
युवा उत्सव में 18 विधाओं पर सांस्कृतिक प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन विधाओं के अतिरिक्त इस वर्ष पारम्परिक सुआ नृत्य, पंथी नृत्य, करमा नाचा, सरहुल नाचा, बस्तरियां लोक नृत्य, राउत नाचा, फुगड़ी, भौंरा, गेड़ी दौड़-चाल, रॉक बैण्ड (राज्य स्तर पर) के अलावा छत्तीसगढ़ी संस्कृति को उजागर करने के लिए पारम्परिक वेशभूषा प्रतियोगिता, छत्तीसगढ़ी व्यंजन पर आधारित फूड फेस्टिवल प्रतियोगिता, छत्तीसगढ़ी लोक कला एवं संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, पारम्परिक एवं आदिवासी शैली से संबंधित विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता को शामिल किया गया है।