पूर्ण शराबबंदी को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में आंदोलन छेड़ दिया है । आप ने राज्य सरकार के खिलाफ शराबबंदी को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाते 5 नवम्बर को प्रदेश में जिलास्तर पर भूख हड़ताल किया।
प्रदेश सरकार ने चुनाव ने पूर्व, प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करने का वादा किया इससे नाराज़ आप ने शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन किया । आप प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी का कहना है कि राज्य सरकार को ” शराबबंदी तो करनी होगी, नहीं तो शराबबंदी के आंदोलन को आम आदमी पार्टी ब्लॉक और फिर गाँव के एक एक जन तक ले जा कर इसे जन आंदोलन बनाएगी।
प्रदेश सरकार ने राज्य में शराबबंदी के फैसले के लिए समितियां बनाई है । जिस पर आप प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने कहा की शराबबंदी के लिये प्रदेश में सबसे पहले पहल करने वाली पार्टी को शराबबंदी समिति तक में शामिल न करना व बैठक में न बुलाना कांग्रेस सरकार की चाल, चरित्र, चेहरा व छलने की नीयत साफ दर्शाता है।
इस पर कमल नायक रायपुर जिला अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर आप का रायपुर में 5 नवंबर को एक दिवसीय भूख हड़ताल तो सिर्फ शुरुवात था। अगर सरकार ने शराबबंदी नहीं की तो हम इस आंदोलन को और उग्र रूप देंगे।
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ में शराब की सर्वाधिक खपत का खुलासा हुआ है। वहीं प्रदेश के आबकारी मंत्री इसे केंद्र द्वारा जानबुझ कर छत्तीसगढ़ को शराब बिक्री में अव्वल बनाने का आरोप लगाया है। राज्य सरकार ने बीते दिनों प्रदेश में शराब की खपत कम होने का दावा किया था, लेकिन केंद्र की इस रिपोर्ट के बाद सरकार के तमाम दावे धरी की धरी रह गई।