रायपुर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ बस्तर के लिए रवाना हुए। इससे पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए धान खरीदी के मसले पर कहा कि मोहन मरकाम ने इसी क्रम में गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार को अगर छत्तीसगढ़ का धान नहीं चाहिए तो हम हीरे और बॉक्साइट भी क्यों दें। छत्तीसगढ़ के साथ केंद्र सरकार की दोहरी नीति नहीं चलेगी। किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पहले भी लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी।
अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बुधवार को प्रदेश कार्यालय में किसान मोर्चा की बैठक की थी। यहां उन्होंने केंद्र सरकार को खुली धमकी देते हुए कहा था कि केंद्र सरकार के किसानों के लेकर अपनाई जा रही नीति पर भड़क उठे उन्हें ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रदेश के कोयला और खनिज संपदा से प्यार है और किसानों को उनके हक का धन देने से इंकार है । किसान मोर्चा के बैठक में उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ने पर राज्य में आर्थिक बंदी करेंगे। किसानों को उनका हक दिलाने के लिए हर स्थिति में लड़ेंगे। मोदी सरकार का भेदभाव छत्तीसगढ़ के लोग नहीं सहेंगे। अगर किसानों का धान नहीं लिया तो प्रदेश में आर्थिक बंदी लाएंगे।
बता दें कि 15 नवम्बर को 25 सौ रुपए में छत्तीसगढ़ को धान खरीदी की अनुमति देने के लिए दिल्ली में जोरदार आंदोलन किया जाएगा। 13 नवंबर को दिल्ली के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्त्ता समेत हजारों किसान दिल्ली के कूच करेंगे।