रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में धान खरीदी की बैठक में बीजेपी सांसदों के नहीं पहुँचने से अब बवाल कटने लगा है। एक के बाद एक बयान ने राज्य का सियासी पारा चढ़ा दिया हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दिल्ली से लौट कर पत्रकारों से बातचीत की है।
उन्होंने कहा है कि बैठक में नहीं जाने का जवाब सांसद बेहतर दे सकते हैं। जिन्हें पत्र मिला है या नहीं मिला है। सरकार और सांसद बने इतने दिन हो गए पर सरकार ने कब सांसद को आमंत्रित किया है। सभी बड़े अवसरों में कब सांसदों को आमंत्रित किया है यह सरकार और सांसद ही बताएंगे।
पूर्व सीएम ने आगे सांसदों और विधायकों को रोके जाने वाले आरोप का खंडन करते हुए कहा मैं रोकने वाला कौन होता हूं! इसमें रोकने का सवाल नहीं है। सांसद 10 लाख लोगों के प्रतिनिधि होते हैं वह अपना निर्णय स्वयं लेते है।
मुख्यमंत्री द्वारा बीजेपी से किए गए दोनों सवालों का जवाब देते हुए डॉ रमन ने कहा
समर्थन मूल्य पर किसानों को ज्यादा से ज्यादा समर्थन करें हम यही चाहते हैं।
सर्वदलीय बैठक के माध्यम से बीच का रास्ता निकालने वाले सवाल पर उन्होंने कहा गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की पॉलिसी है, यह राज्य सरकार की पॉलिसी है, केंद्र का नीतिगत विषय है। इसमें क्या बैठकर डिसीजन लेंगे, किसानों के लिए पॉलिसी होनी चाहिए कि सरकार पूरी खरीदारी करें।